नीम करौली बाबाजी के अनसुने किस्से

फाइल फोटो

जनादेश टाइम्स- अध्यात्म टीम- @ambrishpsingh

जय गुरूदेव , जय बाबाजी

गुरुब्रह्मा ग्रुरुविष्णु: गुरुदेवो महेश्वर: ।

गुरू: साक्षात् परं ब्रह्म तसमै श्री गुरवे नम: ॥

जयगुरूदेव जयगुरूदेव बाबाजी हम आपकी शरण में हैं हमारी रक्षा करें– बाबाजी के अनसुने किस्से

बाबा शिवानंद के शिष्य निर्मलानंद कैंची धाम पहुंचे. बाबा का दरबार लगा हुआ था । बाबा ने निर्मलानंद से पूछा, तुमने कैंची जैसा कोई और स्थान देखा है.? निर्मलानंद के मुंह से बेसाख्ता निकला- श्रीलंका का कैंडी, कैंची आश्रम की तरह वहां माणिक गंगा प्रवाहित होती है । बाबा ने फिर पूछा- क्यों निर्मलानंद । वहां नारियल के बड़े-बड़े पेड़ हैं और माणिक गंगा में हाथी स्नान के लिए आते हैं. अवाक खड़े निर्मलानंद बोले- जी महाराज । जबकि, बाबा नीम करोरी महाराज, (उपलब्ध जानकारी के अनुसार) कभी श्रीलंका नहीं गये । पूरन किसी भ्रम में न पड़ जाए इसलिए बाबा ने अपने एक भक्त से कह कर कैंचीधाम में ‘रोडवेज बसों का स्टॉप’ बनवाकर उसका केयर टेकर नियुक्त करवा दिया । बाबा चाहते थे कि उन्हें कोई ‘भगवान’ न समझ ले । जो ज्यादा नजदीक आने या समझने की कोशिश करता, वो उसे तुरंत दूसरी ओर मोड़ देते थे । बाबा की लीलाओं को बाबा के भक्त सिर्फ उतना ही समझ पाये जितना उन्होंने समझाना चाहा ।

जय बाबाजी नीम करौली , जयगुरूदेव , जय बजरंगबली।

ओमवीर(प्रताप)एस्ट्रोलाजर, वास्तुशास्त्र कंसलटेंट एंड मोटीवेशनल स्पीकर, समाधान क्लब, हरिद्वार, उत्तराखंड-  व्हाट्सअप- +91- 9987366641  Email- omveersmadhanclub@gmail.com ट्वीटर-: @omveerpratap

Leave a Reply