
अम्बरीष सिंह, सीनियर जर्नलिस्ट-
जनादेश टाइम्स- लखनऊ- उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि काफी समय से बाद कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या 40 हजार के नीचे आई है। 02 अगस्त के बाद 12 अक्टूबर को 40 हजार के नीचे एक्टिव केस दर्ज किये गये । प्रदेश में प्रतिदिन जितने रोगी चिकित्सालयों में आ रहे हैं उससे ज्यादा ठीक होकर डिस्चार्ज हो रहे हैं। साथ ही मृत्यु दर में भी लगातार कमी आ रही है। कोरोना संक्रमण की संख्या में गिरावट आ रही है लेकिन महामारी समाप्त नहीं हुई है। प्रसाद ने लोक भवन में बताया कि कोविड-19 संक्रमण के केसों में 24 दिनों से लगातार कमी आ रही है। प्रदेश में कल एक दिन में कुल एक लाख बयालिस हजार दो सौ चवालिस(1,42,244) सैम्पल की जांच की गयी। वही प्रदेश में अब तक कुल एक करोड़ बीस लाख इकतालिस हजार एक सौ सात(1,20,41,107) सैम्पल की जांच की गयी है। प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना से संक्रमित 2,234 नये मामले सामने आये हैं। प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 3,342 व्यक्ति उपचारित होकर डिस्चार्ज किये गये हैं। अब तक कुल तीन लाख तिरानबे हजार नौ सौ आठ (3,93,908) लोग पूर्णतया उपचारित होकर डिस्चार्ज किये गये। प्रदेश में रिकवरी का प्रतिशत अब बढ़कर 89.7 प्रतिशत है। प्रदेश में 38,815 कोरोना के एक्टिव मामले हैं। होम आइसोलेशन में 17,741 लोग, निजी चिकित्सालय में 3,247 लोग हैं। प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,37,803 क्षेत्रों में 4,14,263 टीम दिवस के माध्यम से 2,68,35,025 घरों के 13,25,24,422 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। कल 05-05 के 3352 पूल लगाये गये जिनमें 360 में पाजीटिविटी पायी गयी, जबकि 10-10 के 491 पूल लगाये गये जिनमें 23 में पाजीटिविटी पायी गयी। आने वाले पर्वों/त्योहारों पर कोविड प्रोटोकाल का पूर्णतया पालन अवश्य करें। और संक्रमण से स्वयं बचें तथा दूसरों को बचाने का प्रयत्न करें। संक्रमण से बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों का विशेष ध्यान रखें। प्रसाद ने बताया कि जब तक कोविड-19 की निश्चित दवा या वैक्सीन नहीं आती तब तक संक्रमण से बचाव ही सबसे अच्छा उपचार है। सावधानी बरत कर हम खुद बच सकते हैं और दूसरों को इस संक्रमण से बचा भी सकते हैं। प्रसाद ने सलाह दी कि कोरोना महामारी से बचने और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से योग तथा प्राणायाम करना चाहिए तथा श्वश्नतंत्र को ठीक रखने के लिए दिन में कम से कम स्टीम (भाप) लेना चाहिए । आने वाले त्योहारों के अवसरों पर ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है। जब तक आवश्यक न हो तब तक घर से बाहर न निकलें। चिकित्सकीय उपचार के लिए ई-संजीवनी पोर्टल शुरू किया गया है । ई-संजीवनी के माध्यम से चिकित्सकों से वीडियो कालिंग से सलाह ली जा सकती है। साथही प्रसाद ने कहाकि बदलते मौसम में श्वास सम्बंधी समस्याएं ज्यादा होती हैं इसलिए सावधानी बरतने की सबसे ज्यादा आवश्यकता है।