लेखक, प्रणय विक्रम सिंहभारत ‘नवनिर्माण’ की अमृत बेला से गुजर रहा है। ‘अंत्योदय’ के दर्शन में…
Category: साहित्य/लेख
सरल-संस्कृतम्…
जनादेश टाइम्स- अध्यात्म टीम- @ambrishpsinghजनक:- पिता , माता – मातापितामह: – दादा , पितामही – दादीप्रपितामह:…
सरकारी अव्यवस्था के शिकार होते एनईईटी-जेईई के बिहारी छात्र
रवि आनंद, वरिष्ठ टेलीविजन पत्रकार देशभर में कोरोना माहमारी के बीच एनईईटी-जेईई के छात्र लगातार परीक्षाओं…
निजी स्कूलों के लिए स्पष्ट गाइडलाइंस बनाये सरकार
रवि आनंद, वरिष्ठ टेलीविजन पत्रकार- कोरोना काल में आधुनिकता की चकाचौंध में स्कूल ज्ञान के मंदिर…
बदनाम होती मोहब्बत…राजीव नयन
ना जांच परख, ना रूप रंग, ना बदले में हो, चाह कोई । ना जात-पात, ना…