
जनादेश टाइम्स- @जयशंकर पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार– उन्राव- पुरवा, सफाई कर्मचारी अनुशासनहीन हो गयें हैं । आरोप बेवजह नहीं है अफसरों के सख्त निर्देशों के बाद भी ज्यादातर डियूटी पर नहीं जाते । शुक्रवार को हुए औचक निरीक्षण में अधिकांश नदारत मिले । इस सम्बंध में पीडी जनार्दन सिंह का कहना है कि अनुपस्थित सफाई कर्मचारियों के विरुद्ध सम्बंधित को रिपोर्ट भेजूँगा दण्डात्मक कार्यवाही होगी । सनद रहे कि स्वच्छता केंद्र सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है इसके लिए प्रत्येक घर में शौचालय, गांव-गांव में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया जा रहा है । यही नहीं साफ सफाई की समुचित व्यवस्था हो इसके लिये गांव-गांव सफाई कर्मचारियों की नियुक्ती की गयी है । लेकिन अफसोस जनक यह कि लगभग 32 हजार वेतन पाने वाले सफाई कर्मचरियों में से ज्यादातर ने काम न करने की कसम खा रखी है यही नहीं बेजा दबाव बनाने के लिए यह गोलबंद होकर सम्बंधित के विरुद्ध आंदोलन पर उतर आतें हैं । सफाई कर्मचारियों की लापरवाही को लेकर मिल रही लगातार शिकायतों के मद्देनजर परियोजनाधिकारी/पीडी जनार्दन सिंह ने ग्रामविकास अधिकारियों को औचक निरीक्षण के निर्देश दिये । उल्लेखनीय है कि प्रत्येक सफाई कर्मचारी को अपने-अपने तैनाती स्थल पर सुबह 8 बजे से तीन बजे तक सफाई कार्य करना होता है लेकिन ज्यादातर कर्मचारी अनुशासहीन हो गयें हैं । काम कम नेतागिरी ज्यादा करते हैं इससे भी आगे यह कि जब कोई अधिकारी कार्यवाही करता है तो यह आंदोलन पर उतर आतें हैं । सच यह कि सफाई कर्मचारी कम, बाबू अधिक है इससे भी आगे यह कि कई तो ऐसे हैं जो प्रधानों व अधिकारियों के घरेलू नौकर बनकर सेवाएं दें रहें हैं । पीडी के निर्देश पर शुक्रवार को हुई जांच में त्रिपुरारिपुर, पासाखेड़ा, धिरजीखेड़ा, चमियानी, सेमरीमऊ, विसुनखेड़ा, भाटमऊ, कटाव, मिर्जापुर सुम्हारी, लँगरपुर, सरसों, तुसरौर, ममरेजपुर, पुरन्दरपुर, लखमदेमऊ, बेहटा भवानी, रामापुर, फतेहगंज आदि गांवों में तैनात सफाई कर्मचारी गायब मिले इस सम्बंध में बीडीओ जनार्दन सिंह का कहना है कि अनुपस्थिति पाए गए कर्मचारियों के विरुद्ध दण्डात्मक कार्यवाही के लिए रिपोर्ट भेजी जा रही है।